Bybit ने लॉन्च किया सुरक्षित डिजिटल रुपया भुगतान: क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में एक नया युग

Innerly Team Crypto Wallets 10 min
Bybit ने सुरक्षित डिजिटल रुपया भुगतान लॉन्च किया, साइबर सुरक्षा को बढ़ावा दिया और भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए भुगतान विकल्पों का विस्तार किया।

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Bybit ने भारतीय डिजिटल रुपया (CBDC) को अपने प्लेटफॉर्म में एकीकृत करके एक क्रांतिकारी भुगतान विकल्प पेश किया है। यह नवाचार रुपया उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षा को बढ़ावा देने का वादा करता है और भारत में डिजिटल मुद्रा लेनदेन के परिदृश्य को बदलने का लक्ष्य रखता है।

Bybit के डिजिटल रुपया पहल का परिचय

Bybit की नवीनतम पहल क्रिप्टोकरेंसी दुनिया में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। Bybit पर भारतीय केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) को एक भुगतान विकल्प के रूप में पेश करना उपयोगकर्ताओं के लिए डिजिटल मुद्राओं के साथ लेनदेन करने के तरीके को बदलने के लिए तैयार है। यह नया भुगतान तरीका मौजूदा विकल्पों जैसे बैंक ट्रांसफर, Paytm जैसी तृतीय-पक्ष सेवाओं और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा प्रबंधित राष्ट्रीय भुगतान पोर्टल, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में शामिल हो गया है।

डिजिटल रुपया के साथ बढ़ी हुई सुरक्षा

डिजिटल रुपया की प्रमुख विशेषताओं में से एक इसकी बढ़ी हुई सुरक्षा है। Bybit ने उपयोगकर्ताओं को आश्वासन दिया है कि यह वॉलेट-आधारित भुगतान समाधान उनके बैंक खातों को साइबर अपराधियों द्वारा लक्षित किए जाने के जोखिम को कम करेगा। Bybit की बिक्री और विपणन निदेशक, जोआन हान, ने हर लेनदेन में विश्वास और विश्वसनीयता को बढ़ावा देने में इस नए भुगतान तरीके के महत्व पर जोर दिया। ई-रुपये को शामिल करके, Bybit का उद्देश्य भारतीय रुपया (INR) उपयोगकर्ताओं के लिए भुगतान अनुभव को ऊंचा करना और प्लेटफॉर्म पर व्यापारियों के एक व्यापक पूल को आकर्षित करना है।

मौजूदा भुगतान विधियों के साथ एकीकरण

ई-रुपया Bybit पर मौजूदा भुगतान विधियों के साथ सहजता से एकीकृत होता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को उनके लेनदेन के लिए एक बहुमुखी और सुरक्षित विकल्प मिलता है। इस एकीकरण में बैंक ट्रांसफर, Paytm जैसी तृतीय-पक्ष सेवाएं और UPI प्रणाली शामिल हैं। Bybit का डिजिटल मुद्रा एक्सचेंज प्लेटफॉर्म यह सुनिश्चित करता है कि उपयोगकर्ता सुचारू और कुशल लेनदेन का आनंद ले सकें, जिससे उनका समग्र अनुभव बढ़े।

वर्तमान उपयोग और भविष्य की योजनाएं

वर्तमान में, Bybit पर पीयर-टू-पीयर क्रिप्टो लेनदेन के लिए ई-रुपये का उपयोग किया जाता है। भारतीय CBDC अभी भी अपने पायलट चरण में है, जिसमें खुदरा ई-रुपया दिसंबर 2022 में लॉन्च किया गया था, इसके बाद थोक संस्करण की शुरुआत हुई थी। बैंकों और खुदरा विक्रेताओं द्वारा खुदरा ई-रुपये को लोकप्रिय बनाने के प्रयासों के बावजूद, इसका उपयोग अपेक्षाकृत मामूली रहा है। जून तक, खुदरा ई-रुपये के लगभग 5 मिलियन उपयोगकर्ता थे। RBI का योजना है कि ई-रुपये में ऑफलाइन क्षमताओं को जोड़ा जाए, जिससे सीमित इंटरनेट पहुंच वाले क्षेत्रों में इसका उपयोग बढ़ सके।

प्रोग्रामेबिलिटी और भविष्य के सुधार

2023 में, डिजिटल रुपया में प्रोग्रामेबिलिटी जोड़ी गई, जिससे अधिक बहुमुखी अनुप्रयोगों की अनुमति मिली। प्रोग्रामेबल ई-रुपये का पहला उपयोग अप्रैल में इंडसइंड बैंक द्वारा किसानों को कार्बन क्रेडिट की प्रतिपूर्ति के लिए किया गया था। इन प्रगति के बावजूद, थोक ई-रुपये का उपयोग सीमित रहा है और इसे बोझिल होने के लिए आलोचना की गई है।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी अपनाने पर प्रभाव

Bybit जैसे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर डिजिटल रुपया की शुरुआत उल्लेखनीय है और यह भारत में क्रिप्टोकरेंसी अपनाने पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। एक सुरक्षित और विश्वसनीय भुगतान विकल्प प्रदान करके, Bybit खुद को भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए एक अग्रणी प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित कर रहा है। यह पहल देश में बढ़ते क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन और अपनाने की व्यापक प्रवृत्ति के साथ मेल खाती है।

सारांश

Bybit का सुरक्षित डिजिटल रुपया भुगतान का लॉन्च क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में एक नए युग की शुरुआत करता है। बढ़ी हुई सुरक्षा सुविधाओं, मौजूदा भुगतान विधियों के साथ सहज एकीकरण और भविष्य के सुधारों के साथ, डिजिटल रुपया भारत में डिजिटल मुद्रा परिदृश्य को बदलने के लिए तैयार है। जैसे-जैसे अधिक उपयोगकर्ता और व्यापारी इस नए भुगतान तरीके को अपनाते हैं, भारत में डिजिटल मुद्रा का भविष्य आशाजनक दिखता है।

Bybit की पहल न केवल डिजिटल लेनदेन से जुड़े साइबर सुरक्षा चिंताओं को संबोधित करती है, बल्कि भारत में व्यापक क्रिप्टोकरेंसी अपनाने का मार्ग भी प्रशस्त करती है। जैसे-जैसे डिजिटल रुपया विकसित होता रहेगा, यह देश में डिजिटल मुद्रा और क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

लेखक के पास लेख में चर्चा की गई प्रतिभूतियों का स्वामित्व या कोई रुचि नहीं है।